मां ने ही बेटी को गला दबा कर मार डाला - Roundtech

Roundtech एक प्रकार का ब्लॉग वेबसाइट है इसके जरिये मोबाइल रिव्यु,अर्न मनी एप्प रिव्यु,न्यूज़ देख सकते है हम दर्शको को सही जानकारी प्रदान करते है हमारा प्रयास है सभी दर्शको सही जानकारी मिल सके|

Follow us

test

Monday, July 22, 2019

मां ने ही बेटी को गला दबा कर मार डाला



चोरीचोरा के महादेवा जंगल गाव में एक माँ पर अपनी चार साल की बेटी की गला दबाकर हत्या। कर दी पुलिस ने पति की तहरीर पर पत्नी के खिलाफ हत्या का केश दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है वही बच्ची के शव को कब्जे में लेकर पोस्त्मर्दम के लिए भेज दिया है।

महादेवा जंगल गाव निवासी जीतेन्द्र निषाद की चार साल की बेटी दर्पण की शनिवार की सुबह 7 बजे। संदिग्ध परिस्थिथियो में मौत हो गई बच्ची के पिता जितेन्द्र ने उसकी माँ पुष्पा पर गला घोट कर हत्या का आरोप लगाया है उसने पुलिस को तहरीर दी है।


पति की तहरीर पर पुलिस ने दर्ज किया हत्या का आरोप।

महिला ने किया इंकार पति और देवर की साजिस बताया।

पुलिस ने बच्ची के शव को पोस्त्मर्दम के लिए भेजा।



वारदात की सुचना पर मोके पर पुलिस बल के साथ पहुचे प्रभारी निरीक्षक नीरज कुमार राय ने शव को कब्जे में लेकर पोस्त्मर्दम के लिए भेज दिया। वही पुष्पा पर बेटी की हत्या की धारा में केश दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया बच्ची की दादी ने बताया की उसकी माँ अक्सर बच्ची को माँ मरती थी इन्स्पेक्टर नीरज कुमार राय ने बताया शुक्रवार को पति पत्नी के बीच विवाद हुआ था इसी में गुस्से में आकर माँ ने बच्ची की जान ले ली है उसने अपना जुर्म कबूल किया है।


मैंने नहीं मारा, पति और देवर फंसा रहे है


मासूम बेटी की हत्या में आरोपी पुष्पा ने कहा की उसने बेटी की जान नहीं ली है। पति और देवर उसे साजिस के तहत फंसा रहे है पुष्पा ने कहा की परिवार वालो ने उसे घर से निकाल दिया है वह दुसरे घर में रहती थी फ़िलहाल बच्ची को किसने मारा इस पर पुष्पा चुप है।


पति जितेंद्र ने कहा


जितेंद्र निषाद ने कहा की पुष्पा दूसरे मकान में रहती थी। वह बच्चों को अक्सर मरती-पिटती रहती थी। इसी कारण बाद बेटा उसके पास न रहकर अपने दादी ओर चाचा के पास रहता था पुष्पा ने ही हमलोगी के आखो के सामने  बेटी की गला दबकर हत्या कर दी हम लोग बेटी की जान नही बचा पाए।



जितेंद्र की माँ मैना देवी ने बताया कि पुष्पा दो साल से दूसरे मकान में अलग रहती थी। दो महीने पर वह कही से घर आई थी। अक्सर कही भाग कर चली जाती थी उससे कोई पूछता था, तो झगड़ा करती थी उसके चलते पूरे परिवार में कलह की स्थिति थी बच्चों के साथ उसका बेवहार बहुत खराब था उसी ने बच्ची की जान ली है।

बड़ा सवाल डिप्रेशन में तो नही उठाया ये कदम


जितेंद्र निषाद गोरखपुर में अपने पिता नंदलाल के स्थान पर बिजली विभाग में बतोर लाइनमैन नोकरी करता है। नंदलाल के निधन पर उसे आश्रित के तौर पर नोकरी मिली थी। जितेंद्र की पत्नी पुष्पा से अक्सर पैसे को लेकर विवाद होता रहता था कुछ दिनों पर्व दोनों के विवाद में पुलिस केश हुआ और जितेंद्र को पुलिस ने शांतिभंग में चालान भी किया था पुष्पा गांव के घर से 700 मीटर दूर मंदिर के पास दूसरे घर में सात वर्षिय पुत्र व चार वर्षिय पुत्रि को लेकर अलग रहती थी उसकी पति से शिकायत थी की वह सारी कमाई माँ ओर भैया के ऊपर ख़र्च कर रहा है इसको लेकर जितेन्द्र को उसका विवाद होता था ओर डिप्रेशन में ही वह बच्चों को मरती-पिटती रहती थी।

No comments:

Post a Comment

ads