लोकप्रिय कवयित्री अमृता प्रीतम की 100 वी जयन्ती पर तपसे पन्नू ने मनमर्जियां से एक विडियो क्लिप साझा करने के लिए इंस्टाग्राम पर लिया जिसमें वह प्रीतम का पाठ करती हुई दिखाई दे रही है।
कवि लेखक औऱ निबंधकार अमृता को सभी समय की सबसे प्रमुख महिला लेखकों में से एक मना जाता है अमृत कौर के रूप में जन्मी और बाद में अमृता प्रीतम के नाम से लोकप्रिय हुई कवयित्रा का जन्म 100 साल पहले इसी दिन ब्रिटिश भारत के गुजरांवाला पंजाब ( वर्तमान पाकिस्तान ) में हुआ था Google ने भी प्रीतम की जयंती को Google Doodle को समर्पित करके मनाया ।
वैसे बात करे इस फ़िल्म में जितने भी एक्टर थे उन सबसे ये अलग एक्टर लेकिन उन्हें लेखिका के तौर पर घोसीट टॉपसे के मनमर्जियां के सह कलाकार ने पोस्ट पर दिल खोलकर प्रतिक्रिया दी उन्होंने अभिनेत्रि की पोस्ट को साझा करने के लिए अपनी इंस्टाग्राम कहानी को भी लिया फ़िल्म की लेखिका कनिका ढिल्लो ने भी दिल के इम्मोजिस के साथ टिप्पणी की।
पंजाबी कविता के अलावा अमृता को हिंदी और उर्दू लेखन के लिए जाना जाता है उनकी लोकप्रि रचनाओं में से एक पिंजर को चंद्रप्रकाश द्विवेदी द्वारा बॉलीवुड फिल्म में बदल दिया गया है पिंजर भारत और पाकिस्तान के वीभाजन पर आधारित है फ़िल्म में उर्मिला मातोंडकर और मनोज बाजपेयी प्रमुख भूमिकाओं में है।
मनमर्जियां जो 2018 में रिलीज़ हुई थी तापसे पन्नू अभिषेक बच्चन और विक्की कौशल के बीच एक प्रेम त्रिकोण के इर्द-गिर्द घूमती है। फ़िल्म का निर्देशन अनुराग कश्यप ने किया था और कनिका ढिल्लन ने लिखा था 2018 फ़िल्म निर्देशक से प्रसिद्ध कवि के लिए एक सम्पूर्ण थी हालांकि फिल्म को आलोचकों से भारी सराहना मिली लेकिन इसने बॉक्स आफिस पर सिर्फ 40 करोड़ रुपये की कमाई के साथ अच्छा प्रदर्सन नही किया।
पंजाबी कवयित्री अमृता प्रीतम को उनकी 200 जयंती वी जयंती पर श्रद्धांजलि देने के लिए तापसे पन्नू को इंस्टाग्राम पर ले जाया गया अभिनेत्रि ने फ़िल्म अपने मनमर्जियां से एक क्लिप साझा की जो कवयित्री को समर्पित थी वीडियो में तपसी प्रीतम की कविता मेन तेनु फिर मिलेंगी का पाठ करती हुई नजर आ रही है।
वेदियो के साथ अभिनेत्रि ने लिखा अमृता प्रीतम की 100 जयंती और मैं उन्हें मनमर्जियां से इस श्रद्धांजलि को याद करती हूं क्या एक महिला प्रेमप्रतापम।
टापसे के मनमर्जियां से सह कलाकार ने पोस्ट पर दिल खोलकर प्रतिक्रिया दी उन्होंने अभिनेत्रि की पोस्ट को साझा करने के लिए अपनी इंटाग्राम कहानी को भी लिया । फ़िल्म की लेखिका कनिका ढिल्लो ने भी दिल के इमोजीस के साथ टिप्पणी की।
हिंदी फिल्म बनाने वाले तो इस गेम में माहिर थे ही अब साउथ वाले को भी इसका चस्का लग गया है ये आदत है कि फ़िल्म की रिलीज से पहले अपने फ़िल्म की तारीफों के पल बँधवाने की। पहले ये काम फ़िल्म में काम करने वाले कलाकारों के साथी सितारे करते थे और अब ये किस्सा आम को चला है फ़िल्म गेम ओवर के प्रेस शो से पहले फ़िल्म बनाने वाली कंपनि ने इतने ट्वीट फ़िल्म की तारीफ किये की फ़िल्म देखते समय जब भी बोरियत सी महसूस हुई तो ये ट्वीट्स ही याद आते रहे।
खैर अपना प्रोडक्ट बेचने की और इसकी मार्केटिंग करने की सबको आजादी है। फिल्मे ही इससे क्यो अछूती रही अमिताभ बच्चन का फ़िल्म शान का एक शानदार संवाद है। मैं हमेशा घर मे घुस कर मरता हु घर मे घुस कर मारना सिनेमा का एक बेहतरीन जॉनर भी है राम गोपाल वर्मा का फ़िल्म कौन में इसका बेहतरी नमूना भी पेश किया गेम ओवर में भो कोशिस यही है की महिलाओं को डरी हुई अंधेरे में भागती किसी अनजान भय से घिरी हुई दिखने के अलावा हॉरर का दूसरा कोई तरीका उनके पास नही है और तपसी पन्नू की शख्सियत इसके ठीक उलट है।
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